कुत्ता कितना वफ़ादार है,
करता मालिक से प्यार है.
जब भी हम बाहर से आते,
उछल कूद कर प्यार जताता.
अगर डांटते शैतानी पर,
कोने में जा कर छुप जाता.
जब हम सब सोते होते हैं,
यह घर की रखवाली करता.
अगर कोई भी आहट होती,
भोंक भोंक चौकन्ना करता.
जो हम खायें वह यह खाता.
नहीं कोई नखरे यह करता.
मेरे साथ पार्क में जाकर,
बड़े मज़े में बाल खेलता.
वफादार, प्यारा, सुन्दर है,
नहीं बुद्धि में इसकी सानी.
पता नहीं क्यों दुनियां में,
कुत्ता शब्द समझते गाली?