लो रक्षा बंधन फिर आया,
भारत के हर भाई बहिन के
उर आनंद समाया.
लो रक्षा बंधन फिर आया.
यह त्यौहार बहिन भाई का,
सुन्दर राखी और मिठाई का.
ढेरों खुशियाँ संग में लाया,
लो रक्षा बंधन फिर आया.
नये नये कपड़े पहनेंगे,
गहने भी कुछ नये मिलेंगे.
इसी लिये तो सबको भाया,
लो रक्षा बंधन फिर आया.
भैया दीदी घर जायेंगे,
अपने घर लेकर आयेंगे.
इसने सब का मिलन कराया,
लो रक्षा बंधन फिर आया.
सब मिल कर नाचें गायेंगे,
यह सुख साल बाद पायेंगे.
हंसते गाते सबने मनाया,
लो रक्षा बंधन फिर आया.
यह प्रति वर्ष सदा ही आये,
हम सब हिल मिल इसे मनायें.
प्रभु से सब ने ये ही माँगा,
सादर शीश नवाया,
लो रक्षा बंधन फिर आया.
सभी भाई -बहनों को रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएँ ............ इस प्यारे रिश्ते को समर्पित सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंशुभ कामना
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएँ ....
jara mitha ho jae
dairy milk
अच्छी प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंरक्षा बंधन पर बच्चो के लिए बहुत ही अच्छी कविता।
जवाब देंहटाएंआप सभी को रक्षाबंधन की बहुत बहुत शुभ कामनाएँ।
सादर
रक्षा बंधन पर बच्चो के लिए बहुत ही खूबसुरत कविता। .. रक्षाबंधन की बहुत बहुत शुभ कामनाएँ।
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन के पुनीत पर्व पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी कविता... इस प्यारे त्योंहार की ढेर सारी बधाई सभी को....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सारगर्भित रचना , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.
रक्षाबंधन का महत्व से बच्चों को अवगत कराती सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंबाल मन के अनुरूप प्रभा जी की बहुत अच्छी प्रस्तुति है!
जवाब देंहटाएंरक्षाबन्धन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
रक्षाबंधन का त्यौहार मुबारक हो..
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया बाल रचना
प्यारी कविता....रक्षाबन्धन के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ.....
जवाब देंहटाएंप्रिय कैलाश शर्मा जी आप सब को ढेर सारी शुभकामनाएं इस पावन पर्व रक्षाबंधन पर -
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत....... प्रेम बरसाती रचना ...
भ्रमर५