विहान के प्रथम जन्म दिन पर नाना और नानी का
ढेरों प्यार और आशीर्वाद
दिवस आज को विहान तुम
हम सब की गोदी में आये.
देख तुम्हारी भोली सूरत,
हम सब के थे मन हर्षाये.
अभ्युदय को भाई मिला था,
हम सब को एक और खिलोना.
आज तुम्हारी किलकारी से
गूँज रहा घर का हर कोना.
प्यार बढे दोनों भाई का,
मम्मी डैडी की दो आँखें.
सेतु दिलों के बीच बनें,
तेरी आगे बढती दो बाँहें.
फूल बिछें राहों में तेरी,
जीवन में हर खुशियाँ आयें.
बनी रहे बचपन की शुचिता,
बार बार दिन ये फ़िर आयें.
कैलाश शर्मा