सोमवार, 31 दिसंबर 2012

नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है


हो रहा पुराना वर्ष विदा,
नव वर्ष खुशी लेकर आये.
कुछ ऐसा करना है हमको,
सारे जग में खुशियाँ छाये.

न भेद भाव मनों में हो,
सब ओर प्रेम बरसायें हम.
भूखा सोए न कोई बच्चा
थोड़ा सा उनमें बाँटें हम.

शिक्षा पर सब का हक हो,
बचपन न पिसे मशीनों में.
हैं करें कामना सभी आज,
खुशियाँ हों उनके जीवन में.

नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है,
सब और नयी खुशियाँ लाना.
ऐसा न करें हम कार्य कोई,
जिससे न पड़े फिर शर्माना.

कैलाश शर्मा 

10 टिप्‍पणियां:


  1. बच्चों का मन भावन रचना :
    नई आशा नया विश्वास से आगे बदना होगा
    नै पोस्ट: नया वर्ष मुब्बरक हो सब को , कानून में प्रावधान क्या हो ?

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर कामना
    नववर्ष की शुभकामनाएँ....

    जवाब देंहटाएं
  3. शुभम् सुन्दरम ...
    नववर्ष मंगलमय हो

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत प्यारी कविता
    आपको भी शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं

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