**शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को
सादर नमन**
बच्चे तो कच्ची मिट्टी हैं,
शिक्षक उससे मूरत गढ़ते।
नमन आज उन गुरुओं को,
मूरत में सद्गुण रंग भरते।
शिक्षक उससे मूरत गढ़ते।
नमन आज उन गुरुओं को,
मूरत में सद्गुण रंग भरते।
केवल अक्षर ज्ञान न देते,
आगे बढ़ने की राह बताते।
जीवन के इस अंधकार में,
सदा ज्ञान का दीप जलाते।
आगे बढ़ने की राह बताते।
जीवन के इस अंधकार में,
सदा ज्ञान का दीप जलाते।
प्रेम, धैर्य, सद्गुण हों जिसमें,
वह सच्चा शिक्षक है होता।
स्नेह और मृदुता हो जिसमें,
बच्चों को है वह प्रिय होता।
वह सच्चा शिक्षक है होता।
स्नेह और मृदुता हो जिसमें,
बच्चों को है वह प्रिय होता।
शिक्षक का सम्मान जो करते,
वे सदैव उनके प्रिय बन रहते।
पूज्य हों शिक्षक जिस समाज में,
अज्ञान, अशिक्षा वहां न रहते।
वे सदैव उनके प्रिय बन रहते।
पूज्य हों शिक्षक जिस समाज में,
अज्ञान, अशिक्षा वहां न रहते।
बहुत सुन्दर सामयिक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
wah bahut sudar......happy teachers day
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंएकदम शिक्षाप्रद बात।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ! शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंBahut Sunder, Saarthak Rachna
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ! शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंआभार...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंगुरु कैसा हो !
गणपति वन्दना (चोका )
Beautiful
जवाब देंहटाएंनमन आज उन गुरुओं को,
जवाब देंहटाएंमूरत में सद्गुण रंग भरते। अक्षरशः सत्य !
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंअच्छा प्रस्तुतीकरण !
जवाब देंहटाएंशिक्षक का सम्मान हो तो समाज तरक्की करता है ... अच्छी भावपूर्ण रचना ...
जवाब देंहटाएंबधाई शिक्षक दिवस की ...
अर्थपूर्ण एवं सार्थक सन्देश देती बहुत सुन्दर रचना ! गुरु शिष्य का नाता परम पवित्र व् निश्छल होता है और इसकी गरिमा को बनाए रखना परम आवश्यक है !
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