विहान के जन्म दिन पर नाना और नानी का
ढेरों प्यार और आशीर्वाद
ढेरों प्यार और आशीर्वाद
नव दिन का प्रारम्भ सदा
लाली विहान की आने से.
होता प्रकाश का अभ्युदय
प्रातः दिनकर के आने से.
मासूम हंसी नव किरणों सी,
आँखों में चमक भास्कर सी.
नव उदित सूर्य सा भोलापन,
है चंचलता उड़ते पाखी सी.
शुचिता चंदा सी सदा रहे,
सद्गुण से तुम आपूर्ण रहो.
जीवन में खुशियाँ सदा रहें,
सबकी खुशियों का कारण हो.
बार बार यह शुभ दिन आये,
जीवन में बढ़ते आगे जाओ.
अपने कर्म और गुणों से तुम,
मात पिता को गर्व कराओ.
.....कैलाश शर्मा