आओ बच्चो बाहर आओ,
होली का त्यौहार मनाओ.
पीले लाल गुलाबी चेहरे
कोई नहीं पहचाना जाता.
होली के गहरे रंगों में
भेदभाव सारा मिट जाता.
धर्म जाति का भेद भुला कर,
आओ सब को गले लगाओ.
होली है त्यौहार रंग का,
लाता नयी उमंग है मन में.
जलें बुराई सब होली में,
उड़ें गुलाल खुशी के नभ में.
खुशियों से रंग दो घर आँगन,
प्रेम गुलाल सदा बरसाओ.
गुझिया पापड़ी और मिठाई,
सब बच्चों को अच्छी लगती.
मिलजुल के सब जब खाते
और भी ज्यादा मीठी लगती.
खुशियों के रंग हों टेसू जैसे,
चहुँ ओर प्रेम रंग बरसाओ.
*****होली की हार्दिक शुभकामनायें*****
..कैलाश शर्मा
*****होली की हार्दिक शुभकामनायें*****
..कैलाश शर्मा