शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2012

लोमड़ी और सारस (काव्य-कथा)

गहरे दोस्त लोमड़ी सारस,
रहते थे एक नदी किनारे.
कहा लोमड़ी ने सारस से,
खाने पर घर आओ हमारे.

सूट, बूट और टाई पहन कर,
सारस घर से निकला सजकर.
भूख जग गयी थी सारस की,
पहुंचा जब वो उसके घर पर.

खीर लोमड़ी लेकर आयी
एक बड़ी चौड़ी थाली में.
खीर न उसके मुंह में आती
चोंच ड़ालता जब थाली में.

भूखा सारस जब घर आया
गुस्से से वह उबल रहा था.
कैसे सबक सिखाऊँ उसको
सोच सोच वह बिखर रहा था.

कहा लोमड़ी तुम घर आना,
उसने मीठी खीर बनायी.
सारस घर जब आयी लोमड़ी,
खीर भरी थी रखी सुराही.

कोशिश बहुत लोमड़ी ने की
नहीं खीर तक वह जा पायी.
भूखी लौट चली वह घर को,
मन ही मन थी वह खिसयाई.

करो दोस्त से गर चालाकी,
सदां नतीजा उल्टा होगा.
खो दोगे तुम एक दोस्त को
और व्यर्थ शर्माना होगा. 

कैलाश शर्मा 

17 टिप्‍पणियां:

  1. यह तो पहली कक्षा की कविता है न सर ...यहाँ भी इसे पढ़कर अच्छा लगा...बहुत अच्छी सीख देती सुंदर रचना...

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    उत्तर
    1. यह कहानी बचपन में पढ़ी थी, लेकिन कविता के रूप में नहीं. मैंने इस बाल कथा को कविता का रूप देने की कोशिश की है.

      हटाएं
  2. बहुत अच्छी प्रस्तुति...एक अच्छी सीख...

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  3. करो दोस्त से गर चालाकी,
    सदां नतीजा उल्टा होगा.
    खो दोगे तुम एक दोस्त को
    और व्यर्थ शर्माना होगा.
    अच्छी सीख देती सुन्दर रचना है

    जवाब देंहटाएं
  4. करो दोस्त से गर चालाकी,
    सदां नतीजा उल्टा होगा.
    खो दोगे तुम एक दोस्त को
    और व्यर्थ शर्माना होगा.

    बहुत अच्छी सीख देती रचना...

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत अच्छी सीख देती सुन्दर कविता

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत अच्छी सीख देती बाल कविता। धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  7. मनपसंद बालकहानी को एक बेहतरीन कवितारूप में पढ़कर अच्छा लगा..धन्यवाद सर :)

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  8. रोचक ढंग से सुनाई आपने यह कहानी

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  9. बच्चों की कहानियों को बहुत ही सुंदर कविताओं में ढाला है आपने, बधाई स्वीकारें.

    जवाब देंहटाएं
  10. आदरणीय कैलाश जी सुन्दर सन्देश देती अच्छी प्रस्तुति ...सच में दोस्त को प्यार से रखना चाहिए मान दे-- खोना नहीं चाहिए
    आभार
    भ्रमर ५

    जवाब देंहटाएं
  11. यह कहानी तो मैंने भी क्लास में पढ़ी है..यहाँ कविता रूप में पढना अच्छा लगा.
    _____________

    'पाखी की दुनिया' में जरुर मिलिएगा 'अपूर्वा' से..

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  12. करो दोस्त से गर चालाकी,
    सदां नतीजा उल्टा होगा.100%agree .

    जवाब देंहटाएं
  13. करो दोस्त से गर चालाकी,
    सदां नतीजा उल्टा होगा.
    खो दोगे तुम एक दोस्त को
    और व्यर्थ शर्माना होगा.
    बेहतरीन काव्य रूपांतरण बाल कथा का बचपन में हमने भी पढ़ी सुनी थी .

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