मामा बनते हो तुम चंदा
मेरे घर पर कभी न आते.
तारों साथ रात भर रहते
पर बच्चों के पास न आते.
घटते बढ़ते रोज रोज क्यों,
पूरे तुम अच्छे लगते हो.
इसका राज बताओ हमको,
क्या तुम दूध नहीं पीते हो?
कभी चांदनी लेकर आते,
कभी अँधेरे में क्यों रहते?
सारी रात जागते हो तुम,
दिन में किसके घर में रहते?
नानी रहती साथ तुम्हारे
हर पल रहती सूत कातती.
मेरी नानी तो दूर बहुत है
बहुत दिनों में मिलने आती.
आओ कभी हमारे घर पर
हमें कहानी खूब सुनाओ.
खीर बनायेगी माँ मेरी,
आओ बड़े स्वाद से खाओ.
कैलाश शर्मा
मेरे घर पर कभी न आते.
तारों साथ रात भर रहते
पर बच्चों के पास न आते.
घटते बढ़ते रोज रोज क्यों,
पूरे तुम अच्छे लगते हो.
इसका राज बताओ हमको,
क्या तुम दूध नहीं पीते हो?
कभी चांदनी लेकर आते,
कभी अँधेरे में क्यों रहते?
सारी रात जागते हो तुम,
दिन में किसके घर में रहते?
नानी रहती साथ तुम्हारे
हर पल रहती सूत कातती.
मेरी नानी तो दूर बहुत है
बहुत दिनों में मिलने आती.
आओ कभी हमारे घर पर
हमें कहानी खूब सुनाओ.
खीर बनायेगी माँ मेरी,
आओ बड़े स्वाद से खाओ.
कैलाश शर्मा
"बच्चों का कोना"पर बिलकुल बाल मन सी कोमल भाव लिए बहुत ही प्यारी रचना....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर बाल कविता ...
जवाब देंहटाएंचंदा मामा पर एक सुन्दर प्रस्तुति ||
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता है और बच्चे का फोटो तो बहुत ही प्यारा है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी बालकविता.......
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और भावपूर्ण रचना|
जवाब देंहटाएंबच्चों के मन को पढ़ती सुन्दर बाल कविता|
जवाब देंहटाएंघटते बढ़ते रोज रोज क्यों,
जवाब देंहटाएंपूरे तुम अच्छे लगते हो.
इसका राज बताओ हमको,bahut badhiya.
सुंदर बाल कविता...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता..मजेदार..बधाई !!
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar kavita...
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-798:चर्चाकार-दिलबाग विर्क>
बहुत ही अच्छी बालकविता
जवाब देंहटाएंसुन्दर और प्यारी बाल कविता ...
जवाब देंहटाएंक्या तुम दूध नहीं पीते हो?
जवाब देंहटाएंवाह , क्या बात है. सरल बालोपयोगी कविता.
कभी चांदनी लेकर आते,
जवाब देंहटाएंकभी अँधेरे में क्यों रहते?
सारी रात जागते हो तुम,
दिन में किसके घर में रहते?
बहुत सशक्त बाल कविता चंदा की कलाएं चुपचाप समझाती सी .
बहूत हि अच्छी ,सुंदर बाल कविता है...
जवाब देंहटाएंकभी चांदनी लेकर आते,
जवाब देंहटाएंकभी अँधेरे में क्यों रहते?
सारी रात जागते हो तुम,
दिन में किसके घर में रहते?
बारहा पढने लायक रचना .गेयता से sansikt lori geet सी .
sundar baal kavita!
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