खुशियों
की सौगात है लाई.
नीले पीले
लाल गुलाबी,
चारों ओर
रंग बिखरे हैं.
रंग में
छुपे हुए चेहरों पे
नए नए भाव
निखरे हैं.
भेदभाव हैं
सब छुप जाते,
जब गुलाल
प्रेम से लगता.
मिट जाते
हैं सब शिकवे,
जब है
मित्र गले से लगता.
गले लगाओ
आज प्रेम से,
सब के साथ
मिठाई खाओ.
कोई भी
त्यौहार हो बच्चो,
मिलकर सबके
साथ मनाओ.
होली है
त्यौहार प्यार का,
भेद भाव सभी मिट जाते.
सभी
पुराने मनमुटाव हैं,
दहन हैं
होली में हो जाते.
आओ घर से
बाहर आओ,
ख़ुशी ख़ुशी
त्यौहार मनाओ.
**होली की हार्दिक शुभकामनायें**
...कैलाश शर्मा
होली की हार्दिक शुभकामनाऐं ।
जवाब देंहटाएंआमीन ... प्रेम के पर्व पर प्रेम के रंग लगाओ ...
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई ...
शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंhappy holi...
जवाब देंहटाएंpyari par sarthak kavita .. holi ki haardik shubhkamnaye :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल गीत ! होली की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंहोली का हुल्लड मचा के
जवाब देंहटाएंआओ प्रीत रंग जमा दें
प्रेम रस बौछार उड़ाकर
हर आँगन रंगों से भिजा दें
होली की हार्दिक शुभकामनाये
bahut sundar geet ...holi mubarak
जवाब देंहटाएंझूठ पर सच सदा ही भारी है होली आख्या यही सुनाती है ।
जवाब देंहटाएंहोली प्रहलाद को जलाती नहीं होलिका को जलाने आती है ॥
सुंदर रचना ..!
जवाब देंहटाएंसपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाए ....
RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.
बहुत ही बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंआप को होली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ !
सादर
बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंहोली पर्व कि हार्दिक शुभकामनाएँ .... :-)
बहुत सुंदर बाल रचना ..... होली की शुभकामनाएं ....!!
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जवाब देंहटाएंसहज भावाभिव्यक्ति बाल अनुरूप
प्यारी रचना ...सुन्दर भाव ..
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
आज आपके सारे ब्लॉग देखे , आजकल कम लेखन क्यों , आशा है निराश नहीं करेगे , मंगलकामनाएं भाई जी !!
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
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