प्यारी सी एक चुनमुन चिड़िया,
रोज फुदकती है आँगन में.
दाना चुगती, चूँ चूँ करती,
खुशियाँ भरती मेरे मन में.
प्यार बहुत करता मैं उससे,
लेकिन पास नहीं वह आती.
दाना देता अगर हाथ से,
फुर करके है वह उड़ जाती.
रोज खिलाऊंगा मैं अब दाना,
एक दिन दोस्त वो हो जायेगी.
फिर ऐसा एक दिन आयेगा,
मेरे हाथ से जब दाना खायेगी.
bahut sundar bal kavitaa ....
जवाब देंहटाएंचूँ चूँ करती चिड़िया कहती
जवाब देंहटाएंसूरज निकला चलो पकड़ने।
..अच्छी लगी कविता।
बहुत सुन्दर बाल कविता .
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंमंगलकामनाएँ!
वाह! अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
RajputsParinay
बहुत बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंसादर
वाह रे साध !
जवाब देंहटाएंरवि को रविकर दे सजा, चर्चित चर्चा मंच
जवाब देंहटाएंचाभी लेकर बाचिये, आकर्षक की-बंच ||
रविवार चर्चा-मंच 681
आज 29- 10 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
जवाब देंहटाएं...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर
बहुत सुन्दर बाल कविता .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल कविता .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल कविता|
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल कविता...
जवाब देंहटाएंबच्चों को भाएगी यह कविता बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंकैलाश जी आप की कविता चुनमुन चिड़िया बहुत अच्छी लगी आप इसी तरह बच्चो के मन को पड़ते रहिये और मेरे ब्लॉग में आप सादर आमंत्रित है|
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्हा लगता बचपन,, मेने भी एक बार एक कविता लिखी थी बचपन पर
जवाब देंहटाएंhttp://ruchichunk.blogspot.com/2011/02/bachpan.html.
बच्चों की कविता बिलकुल बच्चों वाली ज़ुबान में, आनंद आया
जवाब देंहटाएंसुंदर मन की सुंदर प्रस्तुति । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंप्यारी सी एक चुनमुन चिड़िया,
जवाब देंहटाएंरोज फुदकती है आँगन में....
आपकी कविता अतीत की याद दिला गई....
जब आँगन वाला घर होता था और चिड़ियों की ,
च्चाहोटों से नींद खुलती थी ,
होठों पर मुस्कराहट आ जाती थी.... :)
दाना चुगती, चूँ चूँ करती,
जवाब देंहटाएंखुशियाँ भरती मेरे मन में.
बहुत सुन्दर.
बहुत सुन्दर और प्यारी बाल कविता ! चिड़िया की तस्वीर भी बहुत प्यारी है!
जवाब देंहटाएंमेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंकल 09/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।
धन्यवाद!