एक नदी पर पुल था सकरा,
एक बार में एक जा पाता.
एक तरफ से कोई जब आता,
दूजा उसी छोर रुक जाता.
दो मूरख, जिद्दी थीं बकरी,
पुल पर दो छोरों से आयीं.
पुल के बीचों बीच पहुँच कर,
पीछे हटने पर हुई लड़ाई.
वे न पीछे हटने को राजी,
दोनों आगे बढ़ती आयीं.
लड़ते लड़ते गिरी नदी में,
उन दोनों ने जान गंवाई.
एक बार बुद्धिमान दो बकरी,
पहुँची साथ बीच उस पुल के.
कैसे यह पार करें हम दोनों,
युक्ति निकाली मिलजुल के.
झुक कर बैठ गयी एक बकरी,
दूजी ऊपर से पार कर गयी.
दोनों पहुंच गयी मंजिल पर,
बुद्धि से एक राह बन गयी.
कोई समस्या जब भी आये,
झगड़े से वह नहीं सुलझती.
बुद्धि का उपयोग करो जब,
हर मुश्किल की राह निकलती.
कैलाश शर्मा
एक बार में एक जा पाता.
एक तरफ से कोई जब आता,
दूजा उसी छोर रुक जाता.
दो मूरख, जिद्दी थीं बकरी,
पुल पर दो छोरों से आयीं.
पुल के बीचों बीच पहुँच कर,
पीछे हटने पर हुई लड़ाई.
वे न पीछे हटने को राजी,
दोनों आगे बढ़ती आयीं.
लड़ते लड़ते गिरी नदी में,
उन दोनों ने जान गंवाई.
एक बार बुद्धिमान दो बकरी,
पहुँची साथ बीच उस पुल के.
कैसे यह पार करें हम दोनों,
झुक कर बैठ गयी एक बकरी,
दूजी ऊपर से पार कर गयी.
दोनों पहुंच गयी मंजिल पर,
बुद्धि से एक राह बन गयी.
कोई समस्या जब भी आये,
झगड़े से वह नहीं सुलझती.
बुद्धि का उपयोग करो जब,
हर मुश्किल की राह निकलती.
कैलाश शर्मा
सार्थक शिक्षाप्रद सुन्दर बाल कविता...
जवाब देंहटाएंबधाई |
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति ।
कोई समस्या जब भी आये,
जवाब देंहटाएंझगड़े से वह नहीं सुलझती.
बुद्धि का उपयोग करो जब,
हर मुश्किल की राह निकलती.
सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं,बड़ों के लिए भी अच्छी सीख!
अच्छी सिख देती सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंआज के समय में झुकने की ही तो समस्या है
जवाब देंहटाएंsahi bat.
जवाब देंहटाएंकोई समस्या जब भी आये,
जवाब देंहटाएंझगड़े से वह नहीं सुलझती.
बुद्धि का उपयोग करो जब,
हर मुश्किल की राह निकलती.
please accept my pranam .
beautiful story narrated in poem .
शिक्षाप्रद सुन्दर बाल कविता...
जवाब देंहटाएंnasihat deti rachna...........
जवाब देंहटाएंशिक्षाप्रद सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी बल-सुलभ रचना रोचकता लिए ... साधुवाद जी /
जवाब देंहटाएंइन अनमोल मोतियों को ब्लॉग पे बिखेरने के लिए आपका आभार .बोध को पैना गई यह बोध कथा ,गीतिकाव्य
जवाब देंहटाएंbahut hi achi sikh :)
जवाब देंहटाएंकुमति और सुमति के अच्छे उदाहरण देती सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति.....बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंAti sunder
जवाब देंहटाएंहां,कई बार तो हमारा व्यवहार जानवरों से भी गया-गुजरा होता है।
जवाब देंहटाएंwah bahut sundar sandesh
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसच कहा जी ...सुमति को सही परिभाषित कर दिया
काव्य कथा की सम्पूर्ण श्रृंखला रोचक है
जवाब देंहटाएंबच्चे कोरे पृष्ठ हैं,बच्चे हैं निष्पाप|
जवाब देंहटाएंइन बच्चों से स्नेह अति, रखते मित्र हैं आप||
बच्चों को सिखला रहे,आप नीति औ प्रीति|
यही बाल-साहित्य की,है सुधर की रीति||