पंख अगर मेरे होते तो,
जब मन करता मैं उड़ जाता.
सुबह नाश्ता घर पर करता,
नानी के घर खाना खाता.
आसमान में उड़ कर जाता,
बादल को छू कर आ जाता.
तारों को मुट्ठी में भर कर,
चन्दा मामा से मिल आता.
तितली मेरी साथी होती.
चिड़ियों के मैं साथ खेलता.
कभी ज़मीं पर दौड़ लगाता,
कभी पेड़ पर मैं उड़ जाता.
जब मन करता गोवा जाता,
मन करता मुंबई उड़ जाता.
स्कूल बस की छुट्टी करता,
उड़ कर मैं कक्षा में जाता.
जब मन करता मैं उड़ जाता.
सुबह नाश्ता घर पर करता,
नानी के घर खाना खाता.
आसमान में उड़ कर जाता,
बादल को छू कर आ जाता.
तारों को मुट्ठी में भर कर,
चन्दा मामा से मिल आता.
तितली मेरी साथी होती.
चिड़ियों के मैं साथ खेलता.
कभी ज़मीं पर दौड़ लगाता,
कभी पेड़ पर मैं उड़ जाता.
जब मन करता गोवा जाता,
मन करता मुंबई उड़ जाता.
स्कूल बस की छुट्टी करता,
उड़ कर मैं कक्षा में जाता.
waah... bahut sundar, pyari si poem...
जवाब देंहटाएंbehtareen... :)
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हटाएंबड़ी प्यारी रचना है.....
जवाब देंहटाएंbachpan mein lauta diya apne
जवाब देंहटाएंबच्चों के लिए बहुत अच्छी प्रेरणा दायक कविता| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता ....आपने तो हम बच्चों के लिए सुंदर ब्लॉग बनाया है..... थैंक यू
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता
जवाब देंहटाएंbeautiful poem...so sweet
जवाब देंहटाएंआपकी यह बेहतरीन बच्चों के लिए पोस्ट ..हम बडो को भी बहुत पसंद आयी है... आपकीं यह पोस्ट कल चर्चामंच पर होगी .. आपका आभार ..
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा...
जवाब देंहटाएंबाल मन की सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंbachpan ke bhav prastut karti bahut sundar kavita.
जवाब देंहटाएंबच्चों के लिए कल्पनाओं से भरी अच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंकैलाश जी बचपन में लौटा ले गये आप| जय हो|
जवाब देंहटाएंbal-man ki sundar jhalak prastut ki hai.
जवाब देंहटाएंBahut sundar.
जवाब देंहटाएंकितनी प्यारी और भोली आकांक्षायें हैं ! बालमन की बेहद आकर्षक छवि को समेटती बहुत ही सुन्दर कविता ! बधाई एवं आभार !
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंबच्चों के लिए लिखना ही अपने आप में एक अनुकरणीय कार्य है । कविता के तो कहने ही क्या ! बालमन कों लुभाने वाली है ।
आभार !
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बालक मन की तरह निर्मल और कल-कल धारा की तरह प्रावाह्मयी प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावमय करते शब्द ।
जवाब देंहटाएंchal be tatoo
हटाएंchal be tatoo
हटाएं
जवाब देंहटाएंदिनांक 14/03/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
वाह मजेदार
जवाब देंहटाएंप्यारी कृति.
जवाब देंहटाएंयह एक अद्भुत और शानदार कविता है
जवाब देंहटाएं