शेर खान ने हुक्म सुनाया,
जंगल में नव वर्ष मनेगा.
सामिल होंगे सब पशु पक्षी,
नाच गान का रंग जमेगा.
जंगल में मैदान बड़ा था,
हुए इकट्ठे सब पशु पक्षी.
बिल्ली चूहा भूल दुश्मनी,
मिल कर नाचे खुशी खुशी.
भालू ने जब किया भांगड़ा,
मीठा कोयल ने गीत सुनाया.
और लोमड़ी लगी नाचने,
बन्दर डमरू ले कर के आया.
नाच मोर का सबसे अच्छा,
हाथी ने करतब दिखलाया.
भूल दुश्मनी गले मिले सब,
प्यार देख जंगल हर्षाया.
शेरखान खुश हो कर बोला,
जंगल में कितना मंगल है.
शहरों से यह जंगल अच्छा
हर रोज वहां पर तो दंगल है.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
कैलाश शर्मा
जंगल में नव वर्ष मनेगा.
सामिल होंगे सब पशु पक्षी,
नाच गान का रंग जमेगा.
जंगल में मैदान बड़ा था,
हुए इकट्ठे सब पशु पक्षी.
बिल्ली चूहा भूल दुश्मनी,
मिल कर नाचे खुशी खुशी.
भालू ने जब किया भांगड़ा,
मीठा कोयल ने गीत सुनाया.
और लोमड़ी लगी नाचने,
बन्दर डमरू ले कर के आया.
नाच मोर का सबसे अच्छा,
हाथी ने करतब दिखलाया.
भूल दुश्मनी गले मिले सब,
प्यार देख जंगल हर्षाया.
शेरखान खुश हो कर बोला,
जंगल में कितना मंगल है.
शहरों से यह जंगल अच्छा
हर रोज वहां पर तो दंगल है.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
कैलाश शर्मा